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Saturday, July 6, 2024

बांग्लादेश का वो मर्डर जिसने सभी को हिला दिया, दोस्तों ने किड्नैप किया, मर्डर किया और लाश पका कर खा गए

17 साल का शिबली सादिक रिदोय बांग्लादेश के एक बेहद गरीब परिवार से था. माता-पिता को गरीबी से निकालने के लिए वो बांग्लादेश के कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था. इसके साथ ही परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए एक मुर्गी के फ़ार्म में मैनजेर का काम भी करता था.

माता-पिता और अपने घर के लिए इस युवक ने जो सपने देखे थे वो अब कभी पूरे नहीं होंगे. पुलिस को बांग्लादेश की दुर्गम पहाड़ियों से उसका क्षत-विक्षत शरीर मिला. मुर्गी फ़ार्म में काम कर रहे शिबली के ही ‘दोस्तों’ ने कुछ और लोगों के साथ मिलकर शिबली की हत्या कर दी, उसके शरीर के टुकड़े कर फेंक दिए. आरोप ये भी है कि उन्होंने अपने दोस्त को पकाकर खा लिया.

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बांग्लादेश में युवकों ने की अपने दोस्त की निर्मम हत्या

Shibli Sadiq Ridoy Murder Case
Dhaka Tribune

बांग्लादेश की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 28 अगस्त को शिबली जिस मुर्गी फ़ार्म में काम करता था, वहां से उसका अपहरण कर लिया गया. शिबली का काम था फार्म में काम कर रहे मज़दूरों की देखभाल करना, फ़ार्म का काम-काज मैनेज करना.

Somoy TV की रिपोर्ट के अनुसार, शिबली देखने में गोरा था, सुंदर था. परिजनों को लगा कि बेटा ‘जिन्न-परी’ का शिकार हो गया है. पुलिस के पास न जाकर वो झाड़-फूंक करवाने वाले के पास गए, जिसने कुछ ताबीज़ वगैरह दी लेकिन बेटा नहीं लौटा.

फिरौती के लिए फ़ोन आया, माता-पिता ने फिरौती दी, बेटा नहीं मिला

Shomoyer Alo की रिपोर्ट के मुताबिक शिबली के लापता होने के बाद दो दिन बाद एक अनजान नंबर से फ़ोन आया. शिबली ने ही फ़ोन किया था, उसने बताया कि उसे किडनैप कर लिया गया है. किडनैपर्स ने 15 लाख टाका (बांग्लादेशी मुद्रा) की मांग की. शिबली के पिता मोहम्मद सफ़िक ने किडनैपर्स से कहा कि वो पिकअप वैन चलाते हैं, इतने पैसे होते तो बेटा मुर्गी के फ़ार्म पर काम नहीं करता.

2 लाख टाका में डील पक्की हुई, साथ ही पुलिस को सूचित न करने की शर्त भी रखी गई.

जिस जगह पर शिबली के पिता को बुलाया गया था, वो घना जंगल था, पहाड़ी इलाका था. परिवार ने प्रशासन से मदद मांगी लेकिन आरोप है कि मदद नहीं मिली. 1 सितंबर को मोहम्मद शफ़ीक़ बेटे को छुड़ाने के लिए खुद ही जंगल गए. वहां एक आदमी उन्हें मिला, उसने पैसे लिए साथ ही ये कहा कि थोड़ी दूर पर ही बेटा मिल जाएगा. शफ़ीक़ जंगल के रास्ते कुछ दूर तक चलते रहे लेकिन बेटा का कुछ पता नहीं चला. सफ़िक़ से कहा गया कि 2 घंटे में बेटा घर जाएगा लेकिन हफ़्तेभर बाद भी बेटा घर नहीं लौटा. शफ़ीक़ हफ़्तभर तक जंगल में बेटे को खोजते रहे लेकिन कुछ पता नहीं चला.

मां नादिरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई

जब बेटे का कुछ पता नहीं चला तब हाकर शिबली की मां नादिरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. राईजान थाना के ओसी अबदुल्लाह अल हारुन ने बताया कि किडनैपिंग के तकरीबन 14 दिन बाद शिबली का क्षत-विक्षत शरीर बरामद किया गया. शिबली की लाश उसके घर से 8 किलोमीटर दूर मिली.

दोस्तों ने किडनैप किया, मार डाला और शिबली का मांस खाया?

Shibli Sadiq Ridoy Murder Case
Ajker Patrika

शिबली की हत्या के कई पहलू सामने आ रहे हैं. शिबली की किडनैपिंग के दो हफ़्ते के अंदर उसकी लाश मिली लेकिन शरीर के कई टुकड़े किए जा चुके थे. पैंट और बनियान से परिजनों ने पहचाना की वो शिबली है.

शिबली के मुर्गी फ़ार्म में काम करने वाले मज़दूर और उसके दोस्त उमिंगचिंग मार्मा पर ही उसकी किडनैपिंग, हत्या और लाश के टुकड़े-टुकड़े करने का आरोप लग रहा है. पुलिस उमिंगचिंग को क्राइम सीन पर ले गई, जहां उसने बताया कि किस जगह पर शिबली की हत्या की गई. ये भी बताया कि वो इंसानी शरीर की हड्डियां शिबली की है.

क्राइम सीन तक शिबली के चाचा भी गए, उनका कहना है कि वहां और भी कई इंसानों के शरीर के टुकड़े, उंगलियां, हड्डियां और बाल मिले.

उमिंगचिंग और शिबली की बॉडी पुलिस लेकर लौट रही थी. बीच रास्ते में 500 ग्रामवासियों ने उन्हें रोका, उमिंगचिंग को उठा लिया और पीट-पीट कर मार डाला. इस हमले में तीन पुलिसवाले भी घायल हुई.

जिस मुर्गी फ़ार्म में शिबली और उमिंगचिंग काम करते थे. वहां काम करने वाले अन्य मज़दूरों ने बताया कि 2 महीने पहले दोनों की बहस हुई थी. मुर्गियों को टाइम पर खाना न देने पर बहस हुई थी लेकिन फ़ार्म के मालिक ने झगड़ा सुलझा लिया. ये छोटा सा झगड़ा ही शिबली की निर्मम हत्या का कारण बना.   

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