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Thursday, July 4, 2024

क्या है PM Vishwakarma Scheme, जिसका लाभ 30 लाख कारीगरों को मिलेगा? ये लोग उठा सकते हैं फायदा

15 अगस्त (15th August) को प्रधानमंत्री ने लाल किले से ऐलान किया था कि 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती (Vishwakarma Jayanti) के मौके पर 13-15 हज़ार करोड़ रुपये से ‘विश्वकर्मा योजना’ (PM Vishwakarma Scheme) लॉन्च की जाएगी. भारत सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना को शुरू कर दिया है. इस योजना से 140 समुदाय को फायदा मिलेगा. 

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5 साल तक रहेगी ये योजना 

इस योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना है. इस योजना के लिए 13 हज़ार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. यह योजना अगले पांच साल यानी 2023-2024 से 2027-2028 तक लागू रहेगी. हर कोई इस बारे में जानना चाहता है कि इस योजना के लिए कैसे आवेदन किया जा सकता है, किसे इसका फायदा मिलेगा, कितना पैसा मिलेगा और कौन से कागज इसके लिए जमा करने होते हैं. तो चलिए हम आपको इससे संबंधित सारी जानकारी देते हैं. 

इन लोगों को मिलेगा योजना का लाभ 

पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ कुम्हार, अस्त्रकार, बुनकर, मछवारे, पारंपरिक खिलौना बनाने वाले, नाई, मालाकार,धोबी, दर्जी, ताला बनाने वाले, बढ़ई, लोहार, सुनार, राजमिस्त्री, मूर्तिकार, मोची, पत्थर तराशने वाले आदि समुदाय के लोग उठाया सकते हैं. इन्हें बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का इस्तेमाल करके कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए फ्री में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया की जाएगी. इन लोगों को पहले चरण में एक लाख तक का ब्याज़ मुक्त लोन मिलेगा. इसके बाद दूसरे चरण में पाँच फ़ीसदी की रियायती ब्याज़ दर के साथ दो लाख रुपए मिलेंगे.

इन योग्यताओं के साथ कर पाएंगे अप्लाई 

इस योजना के लिए पात्रता की पात्रता के लिए भारत का नागरिक होना अनिवार्य है. इसके साथ ही आवेदक विश्वकर्मा समुदाय से होना चाहिए और उसकी उम्र 18 वर्ष से 50 साल तक होनी चाहिए. उसके पास मान्यता प्राप्त संस्थान का कौशल प्रमाण पत्र होना चाहिए. सरकारी सेवा में कार्यरत लोग इसके अंतर्गत शामिल नहीं हो सकते.

इस योजना के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, पहचान पत्र जैसे दस्तावेज अनिवार्य हैं. 

बताया जा रहा है कि देश के 30 लाख से ज्यादा पारंपरिक कारीगर इस स्कीम से सीधा लाभ उठा पाएंगे. इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य देश के शिल्पकारों और कारीगरों को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ना है. सरकार इस योजना के तहत लाभार्थियों को 15 हजार रुपये टूलकिट प्रोत्साहन भी प्रदान करेगी. इस योजना के लागू होने से  देश में स्वरोजगार क्षेत्र में उन्नति देखने को मिलेगी. इसके तहत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के बारे में बताया कि इस योजना के तहत कारीगरों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा. ये प्रशिक्षण दो रूप में दिए जाएंगे, बुनियादी प्रशिक्षण और उन्नत प्रशिक्षण. प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन 500 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. 

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